तमस भीष्मा साहानी का सबसे प्रसिद्ध उपन्यास है यह सन् 1975 में प्रकाशित हुआ था। Tamas book को 1975 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। Govind Nihlani जी ने 1986 में इसपर एक दूरदर्शन धारावाहिक और एक film भी बनाई थी।
तमस उपन्यास PDF
भीष्म साहनी का उपन्यास "तमस" हिंदी साहित्य की एक कालजयी कृति है। यह उपन्यास भारत के विभाजन के समय हुए सांप्रदायिक दंगों का एक सजीव और मार्मिक चित्रण है। इस उपन्यास में लेखक ने सांप्रदायिकता की जड़ों को खोजा है और यह दिखाया है कि कैसे साम्राज्यवादी ताकतों ने सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर भारत के विभाजन को अंजाम दिया।
तमस उपन्यास PDF Details:
Name of Book - Tamas
Writer - Bhism Sahani
Language - Hindi
Category - Novel
File Type - PDF
Total Pages - 280
File size - 6.5 MB
कथानक
इस उपन्यास की सुरुवात 1947 में भारत के विभाजन के समय के आसपास के बिहार के एक छोटे से गांव, 'महुआ' में घटित होता है।
उपन्यास के मुख्य पात्र हैं -
हरनाम सिंह: एक सिख किसान, जो अपने गांव के सरपंच हैं। वह एक दयालु और उदार व्यक्ति हैं।
इकबाल सिंह: हरनाम सिंह का बेटा, जो एक कॉलेज छात्र है। वह एक स्वतंत्र विचार वाला युवक है।
नत्थू: एक गरीब मुसलमान किसान, जो हरनाम सिंह के खेतों में काम करता है। वह एक भोला-भाला और सीधा-सादा आदमी है।
मुराद अली: एक स्वार्थी और महत्वाकांक्षी मुस्लिम नेता, जो सांप्रदायिक दंगों को भड़काने में सक्रिय भूमिका निभाता है।
रिचर्ड: एक अंग्रेज अधिकारी, जो महुआ गांव में तैनात है। वह सांप्रदायिक दंगों को रोकने में नाकाम रहता है।
उपन्यास की शुरुआत में, महुआ गांव में एक शांतिपूर्ण और समृद्ध जीवन चल रहा है। हरनाम सिंह और इकबाल सिंह, नत्थू और अन्य ग्रामीण एक-दूसरे के साथ भाईचारे से रहते हैं। लेकिन, भारत के विभाजन के बाद, स्थिति तेजी से बिगड़ती जाती है। अंग्रेज अधिकारी, मुराद अली और अन्य सांप्रदायिक नेता सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने लगते हैं।
धीरे-धीरे, महुआ गांव में दंगे शुरू हो जाते हैं। हरनाम सिंह और इकबाल सिंह सहित कई लोग मारे जाते हैं। नत्थू, अपने परिवार के साथ भागने के लिए मजबूर हो जाता है।
उपन्यास के अंत में, भारत का विभाजन हो जाता है। हरनाम सिंह और इकबाल सिंह को अपने गांव छोड़कर जाना पड़ता है। वे एक नए देश में एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं।
निष्कर्ष:
भीष्म साहनी का उपन्यास "तमस" हिन्दी साहित्य का एक अमूल्य उपहार है। जीसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए। आसा करते हैं की आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा इस पोस्ट को अन्त तक पढ़ने के लिए धन्यवाद!